दिल्ली हाईकोर्ट और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल से मिली कड़ी फटकार के बाद केजरीवाल सरकार ने शुक्रवार को डीजल और पेट्रोल से चलने वाली गाड़ियों को लेकर बड़ा फैसला लिया। सरकार ने घोषणा की है कि एक जनवरी से राजधानी में इवेन और ऑड नंबर की गाड़ियों के लिए अलग अलग दिन निश्चित होगा। यानी 2,4,6,8,0 के नंबर वाली गाड़ियां पहले दिन और 1,3,5,7,9 की गाड़ियां दूसरे दिन चलेंगी। दिल्ली में वायु प्रदूषण घटाने के लिए केजरीवाल सरकार का गाड़ियों के सम-विषम नंबर वाला ये फैसला खुद दिल्ली वालों की नजर में कितना व्यावहारिक है? फैसले पर अमल से कैसे बढ़ेंगी उनकी दिक्कतें? और स्वच्छ हवा के लिए क्या वे ये कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं?
झाड़ू, जब तक एक सूत्र में बँधी होती है, तब तक वह कचरा साफ करती है लेकिन वही झाड़ू जब बिखर जाती है तो खुद कचरा हो जाती है एकता का महत्व समझे